Wednesday 3 February 2016

सपने देखने की आज़ादी- स्टार्टअप्स और नयें महकल्प के 'इंडे-प्रेनोर्स':


स्टार्टअप्स  ने दुनियाँ भर के युवाओं में हलचल सी मचा दी हैं। आज के युवा अभित और अक्खड़ है जो चुनौतियों से नहीं डरते। हर साल सैकड़ों वृत्तिक युवा चितप्रचलित तौर तरीक़ों को हर क़दम पर ललकारते हैं और बड़े टेक जाइयंट्स के मोटे और लुभाने ऑफ़र्ज़ को ठुकरा कर अपने धधकते विचारों को वास्तविकता में बदल रहे हैं। आज के युवाओं को किसी का मोहताज रहना नहीं भाता अपितु उन्हें नौकरीयों का  सृष्टिकर्ता बनना ज़्यादा रास आता हैं।
स्टार्ट उप इंडिया मिशन कार्ययोजना का उद्देश्य जमीनी स्तर पर उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है।आज आइ.आइ.टी. व आइ.आइ. एम. से निकलने वाले मेधावी छात्र अपने ख़ुद के स्टार्ट अप्स को ज़्यादा तवज्जु दे रहे हैं। कुछ साल पहले तक ऐसे दृढ़ लोगों के संख्या 2% थी जो आज 10% पहुँच गयीं हैं।  पिछले साल कुल 1200 नए स्टार्ट अप सुरू किए गए। अगर 2014 के आकड़ों को पिछले साल के आकड़ों से तुलना करे तो देखने में आता है की इनमे कुल 40% की वृद्धि हुई हैं। सार्वभौमिक रूप से भारत स्टार्ट अप्स के  स्थिति में तीसरे स्थान पर चीन से आगे और अमेरिका और इंग्लंड से पीछे तीसरे स्थान पर हैं। 
स्टार्ट अप इंडिया मिशन के शुरुआती कार्यक्रम का उद्देश्य देश के युवाओं की उद्यमी भावना का उत्सव मनाना था। इसमें देश-विदेश के प्रमुख स्टार्टअप के संस्थापक व सीईओ ने भाग लिया। इस योजना का मक़सद उद्यमशीलता और रोजगार सृजन प्रोत्साहित करना तथा बैंकों द्वारा स्टार्टअप उपक्रमों को वित्तपोषण से प्रोत्साहित करना था। 
स्टार्ट अप इंडिया मिशन का सार:
1. प्रोफ़िट होने पर तीन साल तक स्टार्टअप्स को इनकम टैक्स में छूट दी जाएगी। और अगर उद्यमी अपनी प्रॉपर्टी को बेच कर स्टार्टअप में इन्वेस्ट करे तो कैपिटल गेन टैक्स की छूट दी जाएगी।
2. तीन साल तक स्टार्टअप का कोई इंस्पेक्शन नहीं होगा। मतलब सरकार के तरफ़ से स्टार्ट अप्स के काम काज में दख़लअंदाज़ी नहीं होगी। और तो और उद्यमी सरकारी दफ़्तरों के चक्कर ज़ायद ना काटना पड़े इसके लिए सेल्फ सर्टिफिकेशन आधारित कंप्लायंस की सुविधा उपलब्ध होंगीं।
3. सरकार द्वारा 10 हजार करोड़ रुपए का फंड बनाया जाएगा। इसमें हर साल 2500 करोड़ रुपए का फंड स्टार्टअप्स को दिया जाएगा। 
4. स्टार्टअप इंडिया हब : सिंगल प्वाइंट ऑफ कॉन्टैक्ट बनाया जाएगा।स्टार्टअप के लिए ऑनलाइन पोर्टल लांच होगा साथ ही मोबाइल ऐप के जरिए छोटा ई-फॉर्म पेश किया जाएगा जिसमें रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था होगी।
5. एक स्टार्टअप उद्यमी के लिए प्रत्यय या बिज़्नेस आइडिया सबसे बड़ी पूँजी है और इसे बचाने के लिए इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट को प्रोटेक्शन दिया जाएगा। इसके रजिस्ट्रेशन के लिए आईपीआर लाने जा रहे हैं। देश के प्रमुख शहरों में पेटेंट के लिए कंसलटेशन की नि:शुल्क व्यवस्था की जाएगी। पेटेंट एप्लीकेशन फीस में भी छूट दी जाएगी।
6. इसके तहत अटल इनोवेशन मिशन (AIM)  की शुरुआत की गयी है। जिसके तहत आंत्रप्रेन्योर के नेटवर्क को बनाया जाएगा। स्टार्टअप को सीड कैपिटल देने के साथ कई अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। 
7. इनोवेशन पर स्टार्टअप को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाएगा। इसके साथ साथ 35 नए इन्क्यूबेशन सेंटर खोले जाएंगे और बच्चों में इनोवेशन बढ़ाने के लिए भी कार्यक्रम शुरू किए जाएँगे जिसके लिए इनोवेशन कोर प्रोग्राम शुरू होगा।  
8. 5 लाख स्कूलों के 10 लाख बच्चों की पहचान की जाएगी जो इनोवेशन को आगे बढ़ा सकें। 

स्टार्टअप्स का आइडीया वो होता है जो रात की नींद उड़ा दे। जब युवा पागलों की तरह काम करते हैं तब जा कर वह सफल होता हैं। नए और नवप्रवतनशील विचारों का विरोध परिवार में, समाज में,दोस्तों में होता है क्यूँ के सब यही सही मानते है कि असाधारण चीज़ कभी सफलता नहीं दिला सकती। पर आज जब साधारण लोग असाधारण सपने देखते है तब दुनिया का चेहरा बदलता है। ऐसे लोगों को मान सम्मान मिलता है और नयीं पहचान बनती है। 
हमारे देश की जनसंख्या एक सौ पच्चीस करोड़ है जिसका मतलब है हमारे देश में उतने ही संदर्श अमूल्य मस्तिष्क हैं। हमारे देश में दुनिया में सबसे ज़्यादा युवाओं की शक्ति हैं जो चीन से भी अधिक है। यह हमारा कौशल और क्षमता दर्शाता हैं। भारत के पास वह सब कुछ है जिससे हम दुनिया के टेक्नालोजीकल इनवेशन का पीठ बना सकता हैं। हमारी अर्थव्यवस्था में स्टार्टउपस कोलाहल मचाने और देश को अग्रणी बनाने में मुख्य सहायक बन सकता हैं।स्टार्टअप्स छोटी हो तब भी उतना ही प्रभुत्व  रखतीं है जितनी बाड़ी स्टार्टअप्स। हमारे देश के युवा प्रतिभावान है जिससे हमारे देश में सिलिकन वैली जैसा या उससे भी बड़ा कुछ स्थापित करना असम्भव नहीं हैं। शीर्ष-पाद अभिकल्प की तरह भारत के युवा स्टार्टअप्स के माध्यम से देश का चेहरा बदल सकते है, और समाज के टैबु को तोड़ देश के ध्वजधारी बन सकते हैं।यही सही समय है अगर आप स्टार्टअप करने का सोच रहे हैं तो निसंकोच आगे बढ़िए समय अनुकूल हैं।

स्टार्टअप्स का सक्सेस मंत्रा:
1. अपना आइडीया अनूठा और अनुपम रखे जितना अलग अलका बिज़्नेस आइडीया होगा सफलता का रास्ता उतना ही आसान होगा।
2. किसी भी स्टार्टअप को 5 से 10 साल तक प्रॉफिट के बारे में नहीं सोचना चाहिए। बल्कि नुक़सान को सकारात्मक तरीक़े से लेना चाहिए। 
3. कस्टमर्स को निष्ठा बरक़रार रहे इस पर फोकस करना चाहिए और अपने स्टार्टअप्स की गुणवत्ता कैसे बढ़ाए इसपर विचार करना चाहिए। ग्
4. राहक सेवा  को उत्तम कैसे रखे इसका निरंतर प्रयास करे।
5. ग्बिजनेस बढ़ाने के लिए हर वक्त कदम उठाना चाहिए। पैसे का सही उपयोग करे और एक क्षेमकरी मापदंड बनाए जिससे बिज़्नेस में वृद्धि हों।

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